कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर आइसाेलेशन वार्ड बनाने की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। गुरुवार को कलेक्टर लोकेश जाटव, डॉ. ज्योति बिंदल, सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिया समेत अन्य अधिकारी एमआर टीबी अस्पताल पहुंचे। यहां करीब 50 बेड का आइसाेलेशन वार्ड भी बनाया गया है। अभी तक एमवायएच परिसर में बने पीजी ब्लॉक में यह वार्ड बनाया गया था, लेकिन अब इसे टीबी अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। यहां भर्ती मरीजों को एमवायएच शिफ्ट किए जाने पर विचार किया जा रहा है।
इस दौरान कलेक्टर जाटव ने कहा कि वाॅट्सएप पर कई तरह के मैसेज चल रहे हैं, जिसे लेकर भ्रम की स्थिति बन रही है। वाॅट्सएप पर चल रहे मैसेज पर विश्वास नहीं करें। स्वास्थ्य विभाग, यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ, आयुष विभाग अधिकृत हैं। इनके अलावा जो लोग मैसेज चला रहे हैं, वह विश्वसनीय नहीं हैं। हम जो एडवाइजरी जारी कर रहे हैं, वही विश्वसनीय है। उसी का पालन करें।
अब तक 8 संदिग्ध मिले, पुणे और नागपुर जांच भेजी गई
सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिया ने बताया कि पीसी सेठी अस्पताल में और महू के आर्मी अस्पताल में एक आइसाेलेशन वार्ड है। टीबी अस्पताल में 50 बेड का नया आइसाेलेशन वार्ड बनाया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक बीमारी के लक्षण वाले 8 संदिग्ध मरीज मिले, जिनकी जांच पुणे और नागपुर की लैब में की गई। अस्पताल से डिस्चार्ज के बाद भी बीमारी के लक्षण वाले मरीजों को घर में ही आइसाेलेशन में रहने के लिए कहा गया है।
11 मरीजों को घर में ही आइसोलेशन में रखा गया
30 जनवरी के बाद एमवायएच के टीबी एंड चेस्ट विभाग में कुल 4911 मरीज पहुंचे। डॉक्टरों की टीम ने इनमें से 17 लोगों को संदिग्ध मरीजों की श्रेणी में रखा। इनमें भी 11 मरीज ऐसे थे, जिनमें घर में ही आइसोलेशन में रहने के लिए कहा गया था। 6 मरीज ऐसे थे, जिन्हें लक्षणों के आधार पर भर्ती किया गया। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।